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भारत की आवाज

हमारा ब्लॉग आयुर्वेद से संबंधित है और हम हर प्रकार की बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक सलाह देते हैं| यदि आपको बीमारियों से संबंधित आयुर्वेदिक उपचार की आवश्यकता है तो आप हमारा ब्लॉक फॉलो कर सकते हैं|

योग करने का सही समय कब होता है?

1. सुबह का समय सबसे उपयुक्त होता है 2. खाना खाने के कुछ घंटे बाद ही योग अभ्यास करें 3. योग शुरू करने के पहले खुद को तनावमुक्त और मन को शांत कर लें 4. चुने हुए समय पर ही नियम से योग करें 5. शरीर में आए बदलाव को अनुभव करने के लिए नियमित रूप से योग करें 6. योग का अभ्यास ज़्यादा न करें

आयुर्वेद से बढ़ाएं चेहरे की खूबसूरती


सुंदर और आकर्षक दिखना हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है चाहे वह स्त्री हो या पुरुष| सुंदर दिखने के लिए हम रोज नए नए तरीके अपनाते हैं रोज नए रासायनिक पदार्थों का उपयोग करते हैं लेकिन इनसे कोई फायदा नहीं मिलता इसके बजाय हमारा चेहरा और खराब दिखने लगता है| यह तो सभी जानते हैं कि रासायनिक पदार्थों से कभी किसी का भला नहीं हुआ और होगा भी नहीं तो भला किसी को खूबसूरती कैसे मिल सकती है|

 प्रकृति में बहुत सारे ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो सौंदर्य के लिए बहुत ही लाभदायक है| आयुर्वेद में ऐसी बहुत सारी औषधियों का वर्णन है जिनका उपयोग सुंदरता प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है|

 आज हम आपको एक एक कर बताते हैं कि चेहरे पर किस तरह की समस्या के लिए कौन सा प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीका अपना सकते हैं|

 पिगमेंट की समस्या के लिए लोग रासायनिक टोनर का प्रयोग करते हैं लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि पिगमेंट की समस्या में  आलू के लेप से बढ़िया कोई टोनर नहीं है| आलू का लेप प्राकृतिक डोनर का काम करती है जो पिगमेंट की समस्या को जड़ से खत्म कर देती है|

 जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है आपके चेहरे पर या शरीर में झुर्रियों का आना बहुत ही आम बात है| जैसे झुर्रियों का आना प्रकृति की देन है उसी प्रकार प्रकृति ने हमें कुछ ऐसे उपाय भी बताए हैं जिनसे उन दूरियों से निपटा जा सकता है यदि आपको झुर्रियों की समस्या है तो आप कैस्टर ऑयल का प्रयोग अपने चेहरे पर करें कैस्टर  ऑयल से चेहरा बिल्कुल मुलायम हो जाता है और झुर्रियां चली जाती है|

 यदि आप अपने चेहरे पर मॉश्चराइजर लगाते हैं तो मुंह से राज्य के स्थान पर आप नेचुरल मॉइस्चराइजर क्रीम खुद अपने घर में बना सकते हैं| इसके लिए आपको थोड़ी सी दही नींबू रस की कुछ बूंदें और संतरे के रस की कुछ बूंदों को मिला दीजिए| इस को अच्छे से मिलाने के बाद यह नेचुरल मॉइस्चराइजर क्रीम का काम करेगी|

 यदि आपके चेहरे पर दाग धब्बे हैं तो आप थोड़ा सा क्रीम वाला दूध लीजिए उसमें रूई डुबोकर चेहरे को अच्छे से साफ कीजिए लगभग 15 से 20 दिन तक यह प्रक्रिया रोज करें कुछ ही दिनों बाद आपका चेहरा पूरी तरह साफ हो जाएगा|

 दोस्तों आप सभी से विनम्र निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें हम हर घर तक आयुर्वेद की पहुंच को बढ़ाना चाहते हैं इसके लिए हम निरंतर प्रयास में लगे हुए हैं|

सभी रोगों के लिए एक औषधि


 इस प्रकृति में बहुत सारी लाभदायक औषधियां है जो भिन्न भिन्न प्रकार  की बीमारियों में लाभदायक है| आयुर्वेद में कुछ ऐसी भी औषधियों का वर्णन है जो अकेले ही अनेकों रोगों का उपचार कर सकती हैं| उन्हें औषधियों में से एक औषधि है कलौंजी के बीज| इनको कांदे के बीज भी बोलते हैं| यह बीज काले रंग के होते हैं और बेहद ही छोटे-छोटे दिखाई देते हैं| वैसे तो इसकी तासीर बहुत गर्म होती है लेकिन फिर भी बहुत सारी बीमारियों में यह मृत संजीवनी का काम करती है|

 आइए जानते हैं इसके गुणों के भंडार के बारे में.....

1. पागलपन-  पागलपन की बीमारी कभी ठीक नहीं होती लेकिन सुबह शाम कलौंजी के बीज से बने काढ़े का सेवन करने से या बीमारी पूरी तरह समाप्त हो सकती है|

2.  घाव भरने में लाभदायक- मानव शरीर में घाव होना बहुत ही आम बात है लेकिन कई बार कुछ ऐसे घाव भी हो जाते हैं जो कभी नहीं भरते| महंगी से महंगी दवाओं के प्रयोग के बाद भी उनका ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता| ऐसे घाव पर कलौंजी के बीज को पीसकर उसका लेप लगाने से फायदा मिलता है और यह घाव पूरी तरह से भर जाते हैं|

3. पैरालिसिस- पैरालिसिस में कलौंजी संजीवनी बूटी का काम करती है| कलौंजी के तेल को पैरालिसिस वाले भाग में लगाने से या मालिश करने से पैरालिसिस ठीक होने लगता है और इसके साथ ही पैरालिसिस के मरीजों को सुबह-शाम इसका सेवन भी करना चाहिए|

4. शुगर-  शुगर की बीमारी में कनौजी बहुत लाभदायक है| दो चम्मच कलौंजी को दो गिलास पानी में डालें और इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा गिलास ना रह जाए| उसके पश्चात उस पानी का सेवन करें इससे डायबिटीज की बीमारी वाले मरीजों को लाभ मिलता है और डायबिटीज की समस्या खत्म हो जाती है|

5. दमा-  अगर आपको दमा की शिकायत है तो आप सुबह शाम कलौजी के काढ़े का सेवन करें इससे दमा और सांस की सभी बीमारियां खत्म हो जाएंगी
6. थाइरोइड और साइटिका दर्द- सुबह शाम कलौंजी के काढ़े का सेवन करने से यह दोनों बीमारी ठीक हो जाती हैं|

7. घुटने का दर्द- घुटने का दर्द के लिए कलौंजी का तेल बहुत उपयोगी है दर्द वाले स्थान पर कलौजी का तेल लगाने से कुछ ही दिनों में दर्द पूरी तरह ठीक हो जाता है|

8. मुंह के रोगों के लिए फीकोलॉजि बहुत उपयोगी है कलौंजी के काढ़े से कुल्ला करने के पश्चात सुबह शाम उसका सेवन करने से मुंह की सभी प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती है|

9. कैंसर की गांठ- वैसे तो कैंसर एक लाइलाज बीमारी है जिसका कहीं कोई इलाज नहीं है लेकिन आयुर्वेद में ऐसी कई औषधियां है जो कैंसर के लिए बहुत उपयोगी है उन्ही में से एक कलौंजी है| अगर किसी को कैंसर की गांठ है तो कलौंजी को पीसकर गाठ वाले स्थान पर उसका लेप लगाएं इससे गांठ गलने लगती है इसके साथ ही सुबह-शाम कलौंजी का काढ़ा भी है यह कैंसर की बीमारी के लिए बहुत उपयोगी है|

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स्वास्थ्य के लिए वरदान है आंवला

 आंवला का जूस शरीर के तापमान को सामान्य रखने में बहुत ही लाभदायक है इसमें नींबू से कहीं ज्यादा विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है जो शरीर के तापमान को सामान्य रखने में सहायक है| आंवले के जूस का नित्य सेवन करने से आपकी त्वचा भी निखर जाती है और चेहरे पर इस की चमक साफ साफ देखी जा सकती है

 आंवला के रस का नित्य सेवन  करने वाले लोगों की मांसपेशियां कभी कमजोर नहीं होती इसके साथ ही आंवला का रस कब्ज में बहुत फायदेमंद साबित होता है| जो लोग आंवले के रस का सेवन करते हैं उनको कभी भी मल त्यागते समय दर्द का सामना नहीं करना पड़ता यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो आंवले  केरल में  हल्दी और शहद मिलाकर इसका सेवन करें डायबिटीज में यह बहुत लाभदायक है|

 अस्थमा जैसी घातक बीमारियों में आंवले के रस में शहद मिलाकर इसका सेवन करें यह अस्थमा को नियंत्रण रखता है इसके साथ ही खून को भी साफ करता है| गैस के रोगी आंवले के रस में घी मिलाकर इसका सेवन करें इससे गैस की बीमारी में आराम मिलेगा|

 जिन लोगों में खून की कमी होती है उन्हें आंवले के रस का सेवन करना चाहिए इसमें हीमोग्लोबिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में बहुत  उपयोगी है जिसकी वजह से शरीर में रक्त की कमी पूरी होती है|

 आयुर्वेद मैं माना जाता है कि आंवला पोषक तत्वों का भंडार है जिसमें हर प्रकार की बीमारी से लड़ने में लाभदायक तत्व पाए जाते हैं| आंवले में विटामिन मिनरल्स आयरन जैसे पोषक तत्व का भंडार होता है| आंवले को आप एंटी-ऑक्सीडेंट भी कह सकते हैं|

 सूखे आंवले में मिनरल्स विटामिन फाइबर प्रोटीन और 80% तक पानी होता है इसलिए आयुर्वेद में यह कहा गया है कि नित्य आंवले का सेवन करने वाले की उम्र बढ़ जाती है| यह सभी तत्व शारीरिक दुर्बलता को भी दूर करते हैं|

 आपकी त्वचा के लिए बहुत ही लाभदायक औषधि है आंवला यह त्वचा की हर प्रकार की समस्याओं का निवारण करती| यदि आपको त्वचा संबंधी कोई बीमारी है तो आप अपने त्वचा पर आंवले के पेस्ट का प्रयोग कर कर सकते हैं| इससे आपकी त्वचा संबंधी सभी प्रकार की समस्याएं खत्म हो जाएंगी|

 अगर आपके बाल झड़ते हैं तो उसमें भी आप आंवले का प्रयोग कर सकते हैं आंवले के पाउडर में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं इससे आपके बाल घने और मजबूत होंगे ऐसा करने से आपके सिर की त्वचा भी मजबूत होगी जो बालों के टूटने पर रोक लगाएगी और आपके बालों का टूटना बंद हो जाएगा|

 यदि आपको मूत्र संबंधी कोई समस्या है तो उसमें भी आंवले का रस आपकी इस समस्या का समाधान कर सकता है| रोजाना 30 मिलीलीटर आंवले के रस का सेवन आपकी इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकता है|

 यदि आपको खुशहाल जीवन जीना है तो हमारी यही सलाह है की नीतियां आंवला और उसके रस का सेवन करें आंवले का सेवन आपके जीवन शैली को बदल कर रख देगा|

 यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें जिससे आंवले के गुणों का फायदा सभी लोगों तक पहुंच सके

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