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भारत की आवाज

हमारा ब्लॉग आयुर्वेद से संबंधित है और हम हर प्रकार की बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक सलाह देते हैं| यदि आपको बीमारियों से संबंधित आयुर्वेदिक उपचार की आवश्यकता है तो आप हमारा ब्लॉक फॉलो कर सकते हैं|

योग करने का सही समय कब होता है?

1. सुबह का समय सबसे उपयुक्त होता है 2. खाना खाने के कुछ घंटे बाद ही योग अभ्यास करें 3. योग शुरू करने के पहले खुद को तनावमुक्त और मन को शांत कर लें 4. चुने हुए समय पर ही नियम से योग करें 5. शरीर में आए बदलाव को अनुभव करने के लिए नियमित रूप से योग करें 6. योग का अभ्यास ज़्यादा न करें

टीबी से महिलाओं और पुरुषों में बांझपन का खतरा


टीबी एक खतरनाक बिमारी है। ये एक संक्रामक बिमारी है जिसको महामारी के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया भर में बिमारी की वजह से मरने वालों में 10 प्रतिशत टीबी के मरीज होते है। टीबी का संक्रमण एक स्थान से दूसरे स्थान पर फैलकर उसे संक्रमित करता है जिसकी वजह से महिलाओं और पुरुषों में बांझपन का खतरा बढता जा रहा है। हर वर्ष लगभग 20 लाख लोग इस बिमारी से प्रभावित होते है। यह बिमारी मुख्य रूप से फेफडो से शुरू होती है और धीरे धीरे शरीर के अन्य भागों को भी संक्रमित कर देती है।

टीबी एक बहुत ही भयंकर बिमारी है जो फेफडे से शुरु होकर किडनी, पेल्विक, फैलोपियन ट्यूब, गर्भाश्य और मस्तिष्क को भी संक्रमित कर देता है। जब यह संक्रमण पेल्विक तक पहुंच जाता है तो महिलाओं और पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है। जब यह बिमारी महिलाओं को होती है तो उनके गर्भाशय की ट्यूब बहुत पतली हो जाती है जिसकी वजह से महिलाओं को गर्भ धारण करने में बहुत परेशानी होती है। पुरुषों में भी इसकी वजह से बांझपन का खतरा बढ़ जाता है।

शुरूआती दिनों में इसकी पहचान करना बहुत मुश्किल था। अब इस बिमारी की पहचान करना आसान हो गया है। इसकी शुरूआत फेफडे में होती है जिसकी वजह से इंसान को खासी की बिमारी हो जाती है। यदि किसी की खांसी 3 सप्ताह से ज्यादा रहती है तो तुरन्त अपने बलगम की जांच डॉक्टर से करवानी चाहिए। खासी कैसी भी हो वो 15 दिनों से ज्यादा नही रूकती है लेकिन जब टीबी का संक्रमण होगा तो वो ठीक नही होगा।

पहले इस बिमारी का इलाज संभव नहीं था लेकिन अब इस बीमारी का इलाज संभव है। कल सरकारी अस्पतालों में इसके लिए फ्री दवाई भी दी जाती है। आपको या आपके परिवार को भी इस तरीके की कोई समस्या है तो तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल में इसकी जांच करवाएं। यदि आप किसी अन्य समस्या से परेशान हैं तो मैं कमेंट बॉक्स में कमेंट करें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ Facebook WhatsApp और Twitter पर शेयर करना ना भूलें। इसी तरह की और रोचक जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो करें। यदि आप हमारे देश के  शहीदों को डोनेशन देना चाहते है तो किसी भी  विज्ञापन पर क्लिक करें। विज्ञापन  की कमाई का 30% शहीदों को दान दिया जाएगा।

लौंग का तेल कर सकता है क्या क्या कमाल, यहां जानिए


दोस्तों लौग के गुणों से आप सभी अच्छी तरह परिचित होंगे। पर क्या आप लोग लौग के तेल के बारे में जानते है। लौग की तरह उसका तेल भी एक चमत्कारी औषधी है। आज हम इसी विषय पर विस्तार से बात करेंगे कि लौग के तेल से हमें क्या लाभ होता है और इसका प्रयोग कैसे करना है।

जिन लोगों के चेहरों पर दाग धब्बे और जले या कटे फटे के निशान है उन लोगों के लिए लौग का तेल बहुत लाभदायक होता है। खासतौर पर महिलाए इस समस्या से बहुत परेशान रहती है। जिन लोगो को ये समस्या है वो लोग हर रोज एक बूंद लौग का तेल लेकर उस स्थान पर मालिश करे जिस स्थान पर दाग धब्बे और कटे फटे का निशान है। ये एक बूंद तेल की मालिश ही चेहरे के इन सभी निशान को मिटाने के लिए बहुत लाभदायक औषधी है।

महिला हो या पुरूष चेहरे पर मुहासे किसी को भी पसंद नही होता है। लेकिन एलोपैथी में मुहासे के लिए कोई भी दवा नही है इसिलिए एलोपैथी के द्वारा इस समस्या का समाधान हो ही नही पाता है। जिस बिमारी का कही इलाज नही होता उसका इलाज आयुर्वेद से किया जा सकता है। लौग के तेल को मुहासे वाले स्थान पर अच्छी तरह से लगा ले। कुछ ही दिनों में चेहरे से मुहासे गायब होने लगेंगे। सप्ताह में एक बार इसके तेल के चेहरे पर लगाने से मुहासे कभी भी लौट कर नही आयेगे।

जिन लोगों के बाल बहुत पतले और कमजोर है वो लोग हर रोज अपने बालों में लौग का तेल लगाये। लौग के तेल से बाल मजबूत होते है। इसके प्रयोग से बालों में साइनिंग आ जाती है। जिन लोगों के बालों का बढना रुक गया है और सभी उपाय करने के बाद भी बालों का बढ़ना शुरू नही हो रहा है वो लोग भी बालों की जड़ों में लौग के तेल से मालिश करे। लौग का तेल बालों को दुगनी रफतार से बढ़ाता है। यदि आप किसी अन्य समस्या का समाधान चाहते है तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करे, आपकी पूरी सहायता की जायेगी।

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इस चीज के उपयोग से त्वचा हो जाएगी रेशम जैसी मुलायम


दोस्तों आज हम सभी बात करेंगे त्वचा को मुलायम और सुंदर कैसे बनाए जाए। अक्सर धूल मिट्टी और बहुत अधिक पसीना होने की वजह से चेहरे या शरीर के अन्य भागों पर खुजली होने लगती है जिसकी वजह से उसी स्थान पर दाग पड़ जाता है। कई बार हम लोग नहाने के बाद शरीर को सूखे कपड़े से ठीक से नहीं पूछते हैं और जल्दबाजी में कपड़े पहन लेते हैं। शरीर का जो हिस्सा गीला था और उसके बाद भी आपने कपड़े पहन लिए उस हिस्से में फंगल इंफेक्शन हो जाता है। उस स्थान पर तेज खुजली होने लगती है और खुजली करने के बाद आप जिस जिस स्थान पर हाथ लगाएंगे वहां वहां आपको फंगल इनफेक्शन बढ़ता चला जायेगा। आज हम आपको एक ऐसी क्रीम के बारे में बताने जा रहे हैं जिस के प्रयोग से आप इन चीजों से छुटकारा पा सकते हैं और अपनी त्वचा को सुंदर और मुलायम बना सकते हैं।

इस क्रीम को आप घर पर बना सकते हैं इसे बनाने के लिए इन चीजों की आवश्यकता होगी।

नीबू रस - 20 ग्राम

हल्दी - 3 चुटकी

एलोवेरा जेल - 10 ग्राम

और थोड़ा सा पपीते का दूध

क्रीम बनाने के लिए आप इन सभी चीजों आपस में अच्छी तरह मिलाना है। जब ये सारी चीजे आपस में अच्छी तरह मिल जाए तो इसको किसी कांच के साफ बर्तन में बंद करके रखे। आप की क्रीम पूरी तरह से तैयार है।

जब कभी भी आप को दाद, खाज, खुजली और फंगल की शिकायत हो आप उस स्थान पर इस क्रीम को लगा ले और एक घंटे तक छोड़ दे। एक घंटे के बाद इसे अच्छे से धोकर साफ कर ले और वहा पर पपीते का दूध लगा ले। इस उपाय से 2 से 3 दिन में ही आपकी समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी। इसके अलावा ये क्रीम चेहरे को भी सुन्दर और मुलायम बनाने का काम करती है। यदि आप किसी अन्य समस्या का समाधान चाहते है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखे आपकी पूरी सहायता की जायेगी।

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सफेद बालों से परेशान हैं तो जरूर आजमाएं ये उपाय


दिन-प्रतिदिन वातावरण ना पोलूशन का स्तर बढ़ता जा रहा है जिसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। वातावरण का सीधा असर सबसे पहले हमारे बालों पर पड़ता है। इसकी वजह से समय से पहले ही हमारे बाल सफेद होने लगते हैं। सफेद बालों को पुनः उनकी अवस्था में वापस लाना प्राकृतिक रूप से तो असंभव है लेकिन कुछ उपाय हैं जिनसे पुनः अवस्था मे पहुंचाने का प्रयास किया जा सकता है। कुछ लोग इन सफेद बालों को काला करने के लिए रंगों का प्रयोग भी करते हैं। बालों को कलर करने के बाद हमें कई अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती है जिसमें बालों का झड़ना भी शामिल है। आज हम इसी विषय पर बात करेंगे।

यदि आप सफेद बालों से परेशान हैं और उन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पूरा पोस्ट ध्यान से पढ़ें। दोस्तों यह बात तो आप सब अच्छी तरह जानते हैं कि सफेद बालों को कलर करने से बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं क्योंकि जिन कलर का प्रयोग आप करते हैं वह केमिकल युक्त होते हैं। आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिसके प्रयोग से आपके बाल भी काले हो जाएंगे और आपको बाल झड़ने की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।

हम जिस चीज की बात कर रहे हैं वह चीज है चाय की पत्ती जी हां आपने सही सुना चाय की पत्ती जिसका प्रयोग हर रोज आप लोग करते हैं। यदि आप सफेद बालों को काला करना चाहते हैं तो दो से तीन चम्मच चाय की पत्ती को तब तक उबालें जब तक वह पूरी तरह पटना जाए। अच्छी तरह पक जाने के बाद चाय की पत्ती को छानने और पानी को ठंडा कर लें। उसके बाद इस पानी से आप अपने बालों को धीरे-धीरे धोना शुरू करें। चाय की पत्ती वाले पानी से बालों को धोने के बाद कुछ देर उसे छोड़ दें और लगभग एक-दो घंटे बाद उसे साफ पानी से धो लें। आप देखेंगे कि आपके सारे सफेद बाल प्राकृतिक रूप से काले हो गए हैं।

बालों को काला करने के साथ-साथ उन्हें मजबूत और शाइनिंग भी बनाना चाहते हैं तो आप चाय पत्ती में थोड़ा सा कॉफी मिला ले। कॉफी के पानी से बाल मजबूत होते हैं और उनमें शाइनिंग आ जाती है। उसके बाद आपको देखने वाला हर आदमी यही कहेगा कि आपने अपने बालों को धोने के लिए शैंपू का प्रयोग किया है। यदि आप किसी अन्य समस्या का समाधान चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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देश के 30 फ़ीसदी लोग पर्याप्त Excercise नहीं करते, ये है कारण


WHO के हाल ही में आए एक सर्वे के मुताबिक India में लगभग 30% लोग प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में Excercise नहीं करते हैं। संगठन का ऐसा कहना है कि Daily पर्याप्त मात्रा में व्यायाम ना करने की वजह से लोगों में बीमारियों की संख्या काफी हद तक बढ़ी है। संगठन ने अपनी Report में बताया है कि व्यायाम ना करने की वजह से लोगों में Hart की बीमारी Dimensiya और Cancer का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के के अग्रवाल का मानना है उन लोगों को जल्दी बीमारी का शिकार होना पड़ता है जो निरंतर बैठ कर काम करते हैं। उनका कहना है कि लगातार बैठे रहने से हमारे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिसकी वजह से हम बीमार पड़ने लगते हैं। जो लोग इस तरह की नौकरियां करते हैं जिसमें लगातार उन्हें बैठे रहना पड़ता है वह लोग प्रतिदिन कुछ समय व्यायाम करके इस नकारात्मकता को दूर कर सकते हैं।

व्यायाम में कमी की वजह से शरीर लगातार सुस्त पड़ता जाता है। खासतौर से बुजुर्ग लोग इससे बहुत प्रभावित होते हैं क्योंकि उन लोगों को ज्यादातर समय बैठकर बिताना पड़ता है जिसकी वजह से उनके शरीर की कोशिकाएं समय से पहले ही बूढ़ी हो जाती है।

व्यायाम में हो रही इस कमी का कारण डॉक्टर ने शराब को भी बताया है। डॉक्टरों का कहना है जो लोग शराब का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं वह उसकी वजह से इतने कमजोर हो जाते हैं विवाह वायाम करने की स्थिति में होते ही नहीं है। व्यायाम करने की वजह से हमारे शरीर की कोशिकाएं नियमित रूप से काम करती है।

जब हमारे शरीर की कोशिकाएं नियमित रूप से काम करना बंद कर देती हैं उस समय या तो हम बुढ़ापे का सामना कर रहे होते हैं या फिर हम बहुत सारी भयंकर बीमारियों से लड़ रहे होते हैं। शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाने के लिए जिस तरह से आप हर रोज भोजन करते हैं उसी तरह से व्यायाम करना भी बहुत जरूरी है।

यदि आप किसी अन्य समस्या से समाधान है जिसका आयुर्वेदिक इलाज आप चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ Facebook WhatsApp और Twitter पर शेयर करना ना भूलें। इसी तरह की और रोचक जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो करें।

पिस्ता खाने से मिलेंगे ये 3 बड़े फायदे


दोस्तों आप सभी ने पिस्ता के बारे में तो जरूर सुना होगा। पिस्ता खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है। इसका प्रयोग मिठाइयों में स्वाद बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। पिस्ता में ऐसे बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। आज हम आप सभी को बताएंगे की पिस्ता खाने से शरीर में कौन से बड़े बदलाव होते हैं। पिस्ता खाने से हमारे body को किस प्रकार फायदा मिलता है और इसका सेवन किस प्रकार करना है। आइए इसी विषय पर बात करते हैं विस्तार से।

1. पिस्ता खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी पूरी होती है। पिस्ता में Vitamin B 6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन बी6 नामक Protin शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को नियंत्रित करता है। यदि हमारे शरीर को भरपूर मात्रा में oxygen मिलता रहे तो हमारे body में कभी भी हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती है। यदि आप भी हिमोग्लोबिन की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं तो प्रतिदिन पिस्ता का सेवन जरूर करें।

2. डायबिटीज के रोगियों के लिए पिस्ता बहुत ही लाभदायक माना जाता है। पिस्ता में ऐसे कई तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे रक्त से मिठास को दूर करने में बहुत लाभदायक होते हैं। पिस्ता हमारे शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने वाले को कभी भी शुगर की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जो लोग पहले से ही शुगर की समस्या से परेशान है वह लोग भी इसका सेवन शुरू करें। इसके सेवन से आपका शुगर लेवल बहुत ही जल्द कंट्रोल होने लगेगा।

3. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए लोग सबसे ज्यादा गाजर को ही महत्व देते हैं। गाजर में विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पिस्ता में भी विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो गाजर के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है। प्रतिदिन इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। जिन लोगों को आंखों की रोशनी की वजह से चश्मा पहनना पड़ता है वह लोग पिस्ता का सेवन जरूर करें। यदि आप किसी अन्य समस्या का समाधान चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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शारीरिक कमजोरी को करना है खत्म तो इस एक चीज का सेवन करें


आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में शारीरिक कमजोरी होना बहुत ही आम बात है। शारीरिक कमजोरी गलत खान पान और गलत आदतों की वजह से होता है। कइ बार बचपन में की गई गलतियों की किमत हमें अपनी जवानी में चुकानी पड़ती है। आज हम आप सभी इन समस्याओं का ऐसा समाधान बताने जा रहे है जिसका प्रयोग आप अपने घर पर ही कर सकते है। इसके लिए आप किसी के पास जाकर अपनी बिमारी के बारे में बताने के बाद शर्मिंदा होने की बिल्कुल भी जरूरत नही है। आइये अब उस औषधी के बारे में विस्तार से बात करते है।

दोस्तों आज हम आप को जिस औषधी के बारे में बताने जा रहे है वो बहुत सस्ती और बाजार में आसानी से मिलने वाली औषधी है। बहुत सारे लोग ऐसी बिमारियों के इलाज के लिए दूसरों के बहकावे में आकर बहुत सारे पैसे खर्च कर देते है, लेकिन फायदा कुछ भी नही निकलता है। हम जिस औषधी की बात कर रहे है वो औषधी है सतावर। आप में से बहुत सारे लोगों ने सतावर के बारे सुना होगा। एक बार इसका सेवन कर के भी परिणाम देखकर आप हैरान रह जायेगे।

इसके नियमित सेवन से हर प्रकार की शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है। रात को सोने से पहले एक गिलास गाय के hot milk में एक चम्मच सतावर चूर्ण को अच्छी तरह से मिला ले। जब दोनों चीज आपस में अच्छी तरह से मिल जाए तो उसे पी ले। लगातार 15 दिनों तक सेवन करने से आप परिणाम दिखने लगेगा। यदि आप चाहते है कि इसका असर लम्बे समय तक रहे तो तीन माह तक इसका सेवन करे।

जो लोग इस बिमारी के लिए पहले ही बाजार की दूसरी दवाओं का प्रयोग कर चुके है वो लोग दूध में सतावर के साथ अश्वगंधा का भी प्रयोग करे। अश्वगंधा बहुत गर्म होता है इसिलिए सेवन करने वाले को शुरू में दाने निकलने लगते है लेकिन जैसे ही आप का शरीर इसे अपना लेगा ये समस्या भी दूर हो जायेगी। यदि आप किसी अन्य समस्या का समाधान चाहते है तो हमे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे, आप की पूरी सहायता की जायेगी।

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Milk और Garlic के सेवन से दूर हो जाती है ये समस्याएं


हमारे घर मे daily प्रयोग होना वाली चीजों में कुछ ऐसी वस्तुएं भी होती हैं जिनका सही प्रकार से प्रयोग किया जाए तो हम कई बीमारियों से अपने आप को बचा सकते हैं। जब भी हमें कोई तकलीफ होती है हम तुरंत डॉक्टर के पास जाते हैं और अंग्रेजी दवाइयों का सेवन शुरू कर देते हैं। आज मैं आप सभी को कुछ ऐसी घरेलू चीजों के बारे में बताऊंगा जिनके प्रयोग से आप कई बड़ी बीमारियों से भी अपने आप को आसानी से बचा सकते हैं। आइए अब उन चीजों के बारे में विस्तार से जानते हैं जिनके प्रयोग से बीमारियों को रोका जा सकता है।

आप सभी daily milk का सेवन करते हैं milk का सेवन health के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। दूध body को जरूरी पोषक तत्व देता है। दूध से bones मजबूत होती है यह बात आप सभी जानते होंगे पर क्या आप लोग यह बात जानते हैं कि हर रोज दूध पीने से कब्ज की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाती है।

Garlic का प्रयोग लगभग सभी घरों में किया जाता है। यह खाने में स्वाद बढ़ाने का काम करती है। लेकिन इसको एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। खासतौर से पुरुषों के लिए लहसुन बहुत ही फायदेमंद होता है। हर रोज लहसुन की चार-पांच कलियां खाने से पुरुषों में पौरुष बल बढ़ता है।

दूध और लहसुन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इन दोनों का एक साथ सेवन करने से शरीर को फायदा ही नहीं होता बल्कि कई सारे रोगों का भी अंत हो जाता है। दूध उबालते समय उसमें चार-पांच लहसुन की कलियां डालकर उबालें। उबल जाने के बाद लहसुन की कलियों को खा ले और दूध को ठंडा कर उसे पी जाए। इससे कई सारे रोगों का नाश होता है आइए जानते हैं उन लोगों के बारे में।

आज कल किसी को कब्ज की बिमारी हो जाना बहुत ही आम बात हो गई है। कब्ज की वजह से पेट में दर्द होने लगता है। कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप लहसुन और दूध का सेवन करें।

जोड़ों में होने वाले दर्द से छुटकारा दिलाने में भी लहसुन और दूर बहुत ही लाभदायक है। जोड़ों में दर्द का कारण शरीर में प्रोटीन कैल्शियम और विटामिन की कमी को माना जाता है। लहसुन और दूध में यह सारे तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है।

आजकल लोगों में कम उम्र से ही शारीरिक कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जो लोग इस समस्या से परेशान है वह लहसुन और दूध का प्रयोग करें। दोनों का एक साथ सेवन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है।

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भूलने की बीमारी है तो यह काम करें


बढ़ती age के साथ memory का कमजोर होना स्वभाविक है। बुढ़ापे में धीरे-धीरे हमारी memory कमजोर होने लगती है। आजकल या बीमारी youngsters को भी अपनी चपेट में ले रही है। नौजवानों के साथ-साथ बच्चे भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है खानपान में कमी और नशे की लत। नशे की लत वाले लोगों की memory भी बहुत जल्दी कमजोर होने लगती है। घर का खानपान ठीक ना होने के कारण भूलने की बीमारी का शिकार बच्चे बूढ़े और जवान सभी होने लगते हैं। जब शरीर में उचित मात्रा में oxygen नहीं पहुंचता है तो हमारा body दिमाग तक जाने वाले रक्त की मात्रा को कम कर देता है जिसकी वजह से हमारी याददाश्त कमजोर होने लगती है। आइए इस समस्या से छुटकारा पाने के विषय में विस्तार से बात करते हैं।

हम दिन भर में जितनी भी ऊर्जा प्राप्त करते हैं उसका 20 फ़ीसदी हमारे mind को जाता है। जब हमारे शरीर का sugar लेवल अनियंत्रित नियंत्रित हो जाता है तो हमारे दिमाग में भूलने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। बहुत बार हम बढ़ते वजन की वजह से फैट वाला खाना खाना छोड़ देते हैं। हमारे दिमाग की कोशिकाएं फैट से ही बनती है। भरपूर मात्रा में दिमाग को फैट ना मिलने की वजह से दिमाग की कोशिकाओं का बनना बंद हो जाता है यह भी एक समस्या है भूलने की बीमारी का। याददाश्त को मजबूत बनाने के लिए दिन में कुछ समय अकेले में बैठ कर सोचना हमारे दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे दिमाग की कसरत भी हो जाती है और हमें अपने काम से संबंधित नए आइडिया से भी मिल जाते हैं।

दिन में कुछ समय कसरत करने से हमारे शरीर में ऑक्सीजन का लेवल नियंत्रित रहता है जो दिमाग को दुरुस्त करने में बहुत लाभदायक होता है। कुछ ऐसा करें जिस में दिमाग लगाने की अधिक आवश्यकता हो उदाहरण के लिए आप पहेली बूझना मान सकते हैं। दिमाग की कसरत के लिए कुछ नया सीखने की कोशिश करें। दिन में कुछ समय खाली निकालकर गाने सुनना भी दिमाग की कसरत में शामिल है। गाने सुनने से दिमागी कसरत बहुत अच्छी तरह से हो जाती है और हमारा दिमाग पूरी तरह से शांत हो जाता है।

हर रोज कुछ समय पढ़ने की आदत डालें। पढ़ने से भी दिमाग की कसरत होती है। कई बार ऐसा होता है कि पढ़ते पढ़ते कुछ लोगों को नींद आने लगती है। इसका अर्थ यह होता है कि आपने जो भी चीज है पड़ी है वह दिमाग में संग्रहित करने का समय आ गया है। जब नींद आने लगे तब सो जाना चाहिए ताकि आपने जो भी पड़ा हो वह आपके दिमाग की मेमोरी में सेव हो जाए।

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भीगे चने के बाद गलती से भी ना खाएं ये 2 चीजें, वरना पड़ सकते हैं बहुत अधिक बीमार


अक्सर लोग जिम, yoga और gym करने के बाद केले और भीगे हुए चने खाना बहुत पसंद करते हैं। excercise करने के बाद इन्हें खाने से शरीर में नई ऊर्जा का विकास होता है जिसकी वजह से body को ताकत मिलती है। कई बार भीगे हुए चने का सेवन खाना health के लिए हानिकारक भी सिद्ध हो जाता है क्योंकि इसके बाद हम कुछ ऐसा खा लेते हैं जो चने की energy को खत्म करता है और साथ ही आपको बीमार भी कर सकता है। आज हम आपको इसी विषय में बताने जा रहे हैं कि भीगे हुए चने का सेवन करने के बाद किन दो चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

1. भीगे हुए चने खाने के बाद कभी भी अचार का सेवन नहीं करना चाहिए। इन दोनों की शक्तियां एक दूसरे के विपरीत कार्य करते हैं। अधिकतर आचारों को सिरका डालकर बनाया जाता है। भीगे हुए चने को खाने के बाद अचार खाने से शरीर में सफेद दाग धब्बे की बीमारी हो सकती है। इसलिए यह बात हमेशा अपने दिमाग में बैठा लीजिए कि जब भी आपने भीगा हुआ चना खाया हो उसके 2 घंटे के भीतर अचार का सेवन भूलकर भी ना करें। चना खाने के बाद अचार खाने से सफेद दाग के अलावा और भी कई सारी skin problems आपको हो सकती हैं। हमेशा स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इन दोनों का सेवन कभी भी एक साथ ना करें।
2. भीगे हुए चने को खाने के बाद दूसरी जो चीज है जो आपको नहीं खानी चाहिए वह है करेला। यह दोनों भी विपरीत शक्तियों के स्वामी होते हैं जिनका तालमेल आपस में कभी भी ठीक नहीं रहता है। इन दोनों का एक साथ सेवन करने से शरीर में ऑक्साइड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है। जिसकी वजह से आप बहुत बड़ी बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। चना और करेला दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है लेकिन इनका सेवन अलग अलग समय पर करना चाहिए। एक साथ इन दोनों का सेवन करने पर आपको फायदे की जगह बहुत अधिक नुकसान हो सकता है।

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क्या आप जानते हैं Antioxidant से भरपूर Green Tea हो सकती है नुकसान देह


सभी लोग Green Tea के विषय में सिर्फ यही बात जानते हैं कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। इसमें भरपूर मात्रा में antioxidant होता है जो हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाती है। लेकिन कई बार जानकारी की कमी की वजह से हमें इससे नुकसान भी हो जाता है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि किन-किन लोगों को और किस समय Green Tea का सेवन health के लिए हानिकारक हो सकता है।

Green tea पीने से face की चमक बढ़ जाती है और skin soft होने लगती है। लेकिन इसको अधिक मात्रा में पीने से शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ जाती है। जिसकी वजह से हमारा heart बहुत तेज हो जाता है। कई बार ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों का heart beat तेज होता है उन्हें बहुत ज्यादा गुस्सा और चिड़चिड़ापन होने लगता है। इसीलिए Green Tea को ज्यादा मात्रा में नहीं पीना चाहिए। यदि आप Tea पीने के ज्यादा शौकीन है तो इसका प्रयोग दूध के साथ करें। Milk के साथ इसका सेवन करने से metabolism ठीक होता है और पाचन तंत्र को भी काफी फायदा मिलता है।

Green Tea का सेवन कभी भी अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसको पीने से body में ऑक्जेलिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी मात्रा बढ़ने से आपको किडनी में पथरी की समस्या भी हो सकती है। यह एसिड शरीर में यूरिक एसिड को भी बहुत अधिक बढ़ाने की क्षमता रखता है जिसकी वजह से आप बहुत ज्यादा बीमार पड़ सकते हैं। हर रोज संतुलित मात्रा में ही Green Tea का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा।

कुछ लोगों को Green Tea का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए उनके लिए या जहर के समान हो सकता है। हड्डियों के रोगी कैसे भूलकर भी पीने की कोशिश ना करें। ठीक उसी प्रकार यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी विष के समान खतरनाक होता है। इन 2 लोगों को ग्रीन टी का सेवन गलती से भी नहीं करना चाहिए।

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Weight Loss करने के लिए रोज रात में करें इस चीज का सेवन


वजन घटाने के लिए हम तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। वजन कम करने के लिए कई लोग यह सलाह देते हैं कि रात को खाना नहीं खाना चाहिए। लेकिन शायद आप यह नहीं जानते होंगे कि जो लोग रात को खाना नहीं खाते हैं उनका शरीर भूख लगने पर बहुत तीव्र गति से फैट को जनरेट करता है। इसीलिए रात का डिनर कभी भी अवॉइड नहीं करना चाहिए। फैट कम करने के लिए डिनर को संतुलित मात्रा में लें। इसके अलावा आप हमारे द्वारा बताए गए इन चीजों का इस्तेमाल भी रात के खाने में कम कर सकते हैं। यह सभी चीजें फैट कम करने में बहुत ही लाभदायक है।

रात को हमेशा हल्का खाना खाना चाहिए जो आसानी से डाइजेस्ट हो सके। खाना खाने के बाद 10 से 15 मिनट तक टहलना बिल्कुल ना भूलें। खाना खाने के बाद चेरी फल का सेवन करें। चेरी खाने की वजह से रात को नींद बहुत अच्छी आती है और यह वजन घटाने में भी बहुत लाभदायक माना जाता है। चेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पेट की सूजन को भी कम करता है।

Weight loss करने के लिए अपने आहार में बादाम को भी शामिल करें। बादाम में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और प्रोटीन पाया जाता है। बादाम में फाइबर की मात्रा भी भरपूर होती है जो फैट कम करने में बहुत लाभदायक होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन मसल्स को रिपेयर करते हैं जिसकी वजह से शरीर सुडौल बनता है।

वजन कम करने की इच्छा रखने वाले लोग रात को अपने आहार में ब्रोकली का भी सेवन करें। यदि आप ब्रोकली को कच्चा चबाकर खा सकते हैं तो यह और भी ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। अंडा एक ऐस पदार्थ है जो वजन बढ़ाने और घटाने दोनों के लिए प्रयोग किया जाता है। वजन घटाने के लिए उबले अंडे का पीला भाग निकालकर उसका सेवन करें। इसे रात के खाने के साथ लेना और भी ज्यादा फायदेमंद होगा। यदि आप स्वास्थ्य संबंधित कोई और जानकारी या सहायता हमसे चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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Jasmine है एक गुणकारी औषधी, जानिए इसके फायदे


आप सभी ने चमेली के बारे में जरूर सुना या देखा होगा। चमेली एक ऐसा फूल है जिसकी खुशबू दूर दूर तक फैल जाती है। आमतौर पर चमेली की बेल को घर के बाग-बगीचों में लगाया जाता है। ताकि उसके फूल से सारा घर और आंगन महकता है। आप लोग शायद एक बात नहीं जानते होंगे की चमेली एक आयुर्वेदिक औषधि भी है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं चमेली का उपयोग किस तरह से और किस समस्या के समाधान के लिए किया जाता है। पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़े।

Jasmine Flower सफेद रंग का होता है जो बहुत ही ज्यादा खुशबूदार होता है। इसकी खुशबू के कारण ही इससे इत्र और सेंट भी बनाया जाता है। यदि आपके नाक के भीतर बार बार फोड़ा फुंसी निकल जाते हैं तो उसके लिए आप चमेली के ताजे फूलों को सूंघे। सुंघने में ये बहुत ही खुशबूदार होगा लेकिन इसकी खुशबू के कारण आपके नाक के फोड़े फुंसी ठीक हो जाएंगे।

यदि आपको बार बार मुंह के छाले होते हैं तो आप चमेली के पत्तों को पान की तरह चबाएं इससे मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं। चमेली के पत्तों को उबाल कर उस से गरारे करने से मसूड़े मजबूत हो जाते हैं तथा उन से खून निकलना रुक जाता है।

चमेली के फूल का लेप आंखों के ऊपर लगाने से आंखों में हो रहे दर्द में आराम मिलता है। यदि वात विकार के रोगी चमेली का तेल का प्रयोग करें तो उनका रोग हमेशा के लिए ठीक हो सकता है। वात विकार के रोगियों के लिए चमेली की जड़ का लेप भी बहुत लाभदायक होता है। डिप्रेशन के शिकार लोगों को चमेली के तेल से सिर में मालिश कर आना चाहिए। इससे डिप्रेशन और मानसिक थकान दोनों दूर हो जाता है।

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तुलसी की पत्तियों से इस तरह करें फुंसी का इलाज


शरीर में फोड़े फुंसी निकलना बहुत ही आम बात है। फोड़े फुंसी निकलने के लिए जरूरी नहीं है कि आप बीमार हैं। कई बार यह पूरी तरह स्वस्थ इंसान के शरीर में भी निकल जाते हैं। फोड़े फुंसी निकलने का कारण कभी-कभी रक्त की अशुद्धि और कभी-कभी शरीर पर धूल मिट्टी का चिपक जाना होता है। लेकिन फिर भी यह किसी बीमारी की श्रेणी में नहीं आता है। बड़े जख्म की शुरुआत एक छोटी सी फुंसी से होता है। धीरे-धीरे यह बड़ा होता है और इसके साथ ही इस में दर्द और जलन भी शुरू हो जाती है। एक समय ऐसा आता है जब इसके अंदर बहुत सारा मवाद भर जाता है और यह एक बहुत बड़ा जख्म बन जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह तुलसी के पत्तों के प्रयोग से आप इन फोड़े फुंसियों से छुटकारा पा सकते हैं।

यदि आप या आपके परिजन इन फोड़े फुंसियों से परेशान हैं तो हमारे द्वारा बताए गए उपाय को अपनाएं। मात्र दो ही दिनों में फोड़े फुंसियों का इलाज पूरी तरह से हो जाएगा। अब बात करते हैं फोड़े फुंसियों के लिए तुलसी के पत्ते का प्रयोग किस तरह से करना है। सबसे पहले आपको तुलसी के थोड़े पत्ते पानी में उबालना है। उबले हुए पानी को ठंडा कर उससे फोड़े और फुंसियों को अच्छी तरह धो दें। धोने के बाद तुलसी के थोड़े पत्ते लेकर उसे पीस लें और उस पिसे हुए चटनी को फोड़े और फुंसियों पर लगा लें। इस उपाय से मात्र दो ही दिनों में फोड़े और फुंसी का अंत हो जाएगा।

वैसे तो लोग Tulsi के पत्तों का प्रयोग औषधि के रूप में बहुत पहले से करते हैं। खांसी के लिए भी लोग इसे घी में पकाकर इसका सेवन करते हैं। औषधि के रूप में तुलसी के पत्तों की तारीफ जितनी की जाए उतनी कम है। फोड़े फुंसियों के लिए आप हमारे द्वारा बताए गए इस उपाय को जरूर अपनाएं। यदि आप किसी अन्य आयुर्वेदिक सलाह की जरूरत महसूस करते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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रोज रात को खाइए ये चीज, सभी रोग होंगे दूर


आज हम आप सभी को लहसुन के लाभ बताने जा रहे है। हमने इससे पहले भी लहसुन के बहुत सारे लाभ आप सभी को बताए हैं। इससे पहले मैंने आप सभी को बताया था कि कच्चे लहसुन के सेवन से हमारे शरीर को क्या लाभ होता है। आज मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूं कि भुने हुए या पाके हुए लहसुन के सेवन से हमें क्या लाभ होगा। आइए अब विस्तार से चर्चा करते हैं लहसुन के चमत्कारी परिणामों के बारे में।

लहसुन में बहुत सारे आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को विषैले पदार्थों से दूर रखते हैं तथा हमें रोगमुक्त बनाते हैं। अक्सर हम लोग बाजार जाते हैं और बाजार की चीजों का सेवन कर लेते हैं। हमें नहीं पता होता है कि उन चीजों पर धूल लगी होती है या जो पानी हम पी रहे हैं वह साफ है या गंदा है फिर भी हम उसे पी लेते हैं। ऐसा करने से हमारे शरीर में विषैले पदार्थ बन जाते हैं। कई बार ऐसे विषैले खानपान की वजह से लोगों को पथरी हो जाती है।

खानपान की वजह से जो विषैले तत्व हमारे शरीर में प्रविष्ट कर लेते हैं उन को बाहर निकालने के लिए भुना हुआ लहसुन बहुत ही लाभदायक होता है। हर रोज भुने हुए लहसुन का तीन से चार कली खाएं। इस प्रकार से लहसुन खाने से सभी विषैले पदार्थ मल-मूत्र के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते हैं और शरीर विषैले दुष्प्रभाव से बच जाता है।

भुना हुआ लहसुन खाने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में कभी भी ट्यूमर नहीं होता है। भुना हुआ लहसुन कैंसर की समस्या को भी कई गुना कम कर देता है। आप खुद ही सोच लीजिए जब लहसुन के कुछ कलियां आपको इतना फायदा पहुंचाती हैं तो इसका सेवन क्यों ना आज से ही शुरु कर दिया जाए। यदि आप किसी अन्य समस्या का आयुर्वेदिक समाधान चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें आपकी पूरी सहायता की जाएगी।

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