शारीरिक दुर्बलता एक ऐसी समस्या है जिसका लोग शर्मिंदगी के कारण इलाज नहीं करवाते। यह रोग इंसान को डिपरेशन की ओर ले जाता है। इस रोग से पीडित लोग अपने पार्टनर को खुश नही कर पाते है। जिसका सीधा असर उनकी जवनशैली पर पड़ता है। जो लोग इस बिमारी के से परेशान है वो इसका इलाज तो चाहते है लेकिन शर्म के कारण ना तो किसी को इस बिमारी के बारे में बताते है और ना ही इस बिमारी का इलाज करवाते है।
आज मैं आप को ऐसी औषधी के बारे में बताऊंगा जिसके सेवन से आप की हर प्रकार का शारीरिक कमजोरी हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। इसके सेवन के बाद आप को अपने पाटनर के समने कभी भी शर्म और जिल्लत नही झेलनी पड़ेगी। बिमारी का कारण चाहे आक की बचपन की गलतीयां हो या फिर कुछ और सबका समाधान है ये औषधी।
50 ग्राम अश्वगंधा
30 ग्राम विदारीकंद
20 ग्राम सफेद मूसली
30 ग्राम इलायची
30 ग्राम कौच बिज
30 ग्राम शतावर जड़
20 ग्राम शुद्ध शिलाजीत
10 ग्राम बंग भस्म
20 ग्राम पिपली
10 ग्राम जाविंगी
10 ग्राम प्रवाल पिष्टी
10 ग्राम काली मिर्च
30 ग्राम गोखरू
20 ग्राम सोंठ
10 ग्राम लोंग
इन सभी औषधियों को अच्छे आयुर्वेदिक दुकान से खरीदे और इन्हें बारीक कूट कर इनका चूर्ण बना लें। इनमें से कुछ औषधियां आप को पहले से ही चूर्ण के रूप में मिल जाएंगे। जो औषधियां आपको चूर्ण रूप में ना मिले उन्हें आप खुद बना ले और सब को आपस में अच्छी तरह से मिला दे। इतनी सी दवा यह कई दिनों के लिए है इसलिए इसको किसी कांच के बर्तन में रख ले और हर रोज सुबह शाम खाना खाने के 1 घंटे बाद दूध से एक चम्मच इस दवाई का सेवन करें। ध्यान रहे कि अगर आपको पित्त की पथरी है तो इस औषधि के साथ एक चम्मच मिश्री का पाउडर अवश्य लें।
इस औषधि का नियमित प्रयोग करने से हर प्रकार की शारीरिक दुर्बलता दूर हो जाती है। इस औषधि का शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता इसलिए आप जब तक चाहे इसका सेवन कर सकते हैं। लगभग 15 दिनों तक इस औषधि का सेवन करने के बाद आपको असर दिखाई देने लगेगा और 1 माह के बाद यह औषधि आपकी शारीरिक कमजोरी को 80% तक समाप्त कर देगी और धीरे-धीरे या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
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